Travel and Tourism, Latest Travel News: पर्यटन कारोबार में रिकवरी सुस्त, 10 लाख करोड़ नुकसान का अंदेशा

Travel News:Travel and Tourism,Latest Travel News: कोरोना महामारी से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले क्षेत्र की बात करें तो शायद पर्यटन व आतिथ्य यानी टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी पहले नंबर पर आएगा, लेकिन अनलॉक-1 के दूसरे चरण में होटल और रेस्तरां के खुलने पर इस क्षेत्र में कोरोबार पटरी पर लौटने की उम्मीद जरूर जगी है, लेकिन होटल कारोबारियों का कहना है रिकवरी की रफ्तार सुस्त रहेगी।

होटल कारोबार और उद्योग संगठन से जुड़े लोगों का कहना है टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर कोरोना के कहर का असर सबसे पहले पड़ा है, लेकिन इस संकट से यह क्षेत्र सबसे बाद में उबर पाएगा क्योंकि इसकी रिकवरी की रफ्तार सुस्त रहेगी। कारोबारी बताते हैं कि जब तक सभी सेक्टर नहीं खुलेंगे और हालात सामान्य नहीं होगा तब तक ट्रैवल, टूरिज्म व हॉस्पिैलिटी के कारेाबार में सुधार होना मुश्किल है। आईटीसी के पूर्व सीईओ और उद्योग संगठन सीआईआई के टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी नेशनल कमेटी के सलाहकार दीपक हक्सर ने आईएएनएस को बताया कि जब तक सभी सेक्टर नहीं खुलेंगे, इस क्षेत्र में सुधार की उम्मीद कम रहेगी।

दिल्ली में होटल और बैंक्वेट हॉल को खोलने की इजाजत नहीं मिलने पर हैरानी जताते हुए होटल कारोबार के अनुभवी दीपक हक्सर ने कहा कि जब मॉल और धार्मिक स्थल खुल गए हैं, एयरलाइंस चल रही हैं तो दिल्ली में होटलों को क्यों बंद रखा जा रहा है जबकि होटलों में सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करने के लिए पूरी तैयारी की गई है। उन्होंने कहा, “हमारा सेक्टर पर सबसे पहले असर पड़ता है और रिकवरी सबसे बाद में होती है। हालांकि धीरे-घीरे रिकवरी होगी।”

हक्सर बताते हैं कि देश के कुल रोजगार में टूरिज्म एवं हॉस्पिटैलिटी का योगदान 8.2 फीसदी है इसलिए इसे बंद रखने से रोजगार का संकट खड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा, “हमारा अनुमान है कि करीब तीन करोड़ लोगों की नौकरियां जा सकती है और पांच लाख करोड़ के कारोबार का नुकसान हो सकता है। यही कारण है कि हमने सरकार से इस क्षेत्र को जल्दी खोलने का आग्रह किया।”

होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट के.बी. कचरू कहते हैं कि अगर टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के कारोबार में सुधार नहीं आया तो पूरे साल में इस सेक्टर को 10 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान होगा।

सुधार की उम्मीदों को लेकर पूछे गए सवाल पर कचरू ने कहा कि यह क्षेत्र ऐसा है जिस पर ऐसी आपदा का असर सबसे पहले पड़ता है और इससे रिकवरी सबसे बाद में होती है। उन्होंने कहा, “आहिस्ता-आहिस्ता कारोबार में रिकवरी आएगी। सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से पर्यटन शुरू होने में विलंब होगा, लेकिन आने वाले दिनों में कार ट्रैवल में इजाफा होगा। संक्रमण के मामले आने की दर जब सपाट हो जाएगी तो घरेलू पर्यटन दोबारा शुरू हो जाएगा।”

पर्यटन उद्योग एवं आतिथ्य के क्षेत्र को केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए खोलने की अनुमति दे दी है, राज्यों की ओर से तो शर्तें लगाई गई है उसमें पर्यटन कारोबार में सुधार की उम्मीद कम दिख रही है। उत्तराखंड में रिसॉर्ट के कारोबार से जुड़े नीरज गुप्ता ने बताया कि सरकार की मौजूदा पॉलिसी ऐसी है उसमें पर्यटन बढ़ने की उम्मीद कम है।

पनांबी वैकेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज गुप्ता बताया कि उत्तराखंड में ज्यादातर पर्यटक दिल्ली-एनसीआर से आते हैं जबकि सरकार ने कोरोना संक्रमण के अधिक मामलें वाले क्षेत्र से पर्यटकों के आने पर पाबंदी लगा दी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, जो कोई पर्यटक आएंगे उनको सात रात ठहरना होगा, इस तरह के नियमों के कारण इस समय कोई पर्यटक नहीं आना चाहते हैं।

(इनपुट आईएएनएस)

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